
कानपुर, जेएनएन। सर, मेरी गाड़ी तो घर पर ही खड़ी है। पिछले 15 दिनों से मैं गाड़ी लेकर टोल से गुजरा भी नहीं, लेकिन इसके बाद भी मेरे फास्टैग अकाउंट से रुपये कट गए। इस तरह की शिकायतें टोल कर्मियों के पास अक्सर पहुंच रही है। इस पर टोल प्रबंधन द्वारा लोगों को फास्टैग प्रयोग के बारे में जागरूक करने के साथ ही उन्हें नियमों की बारीकियों से अवगत कराया जा रहा है।
इसलिए लागू किया गया फास्टैग
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रलय की ओर से 21 नंवबर को वाहनों को फास्टैग करने के निर्देश जारी हुए थे ताकि कैशलेस व्यवस्था प्रभावी हो सके और लोगों को टोल बूथ पर जाम, प्रदूषण से ना जूझना पड़े साथ ही र्इंधन की बचत व समय की बर्बादी को रोका जा सके। अब तक बारा टोल से गुजरने वाले 40 फीसद वाहनों में फास्टैग लागू हो चुका है, लेकिन इसके साथ ही कुछ नई समस्याओं से भी वाहन स्वामियों को दो चार होना पड़ रहा है। अब यदि वाहन स्वामी टोल बूथ से बिना वाहन के फास्टैग लेकर गुजर रहा है तो भी अकाउंट से चार्ज कट रहा है।
टोल प्लाजा पर आ रहीं ऐसी शिकायतें
शनिवार को रूरा कस्बा क्षेत्र के चिलौली गांव निवासी सुशांक दीक्षित ने मामले को लेकर टोल प्रबंधन को शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि उनकी कार में लोकल ई-पास बना है जिसका रिचार्ज 31 दिसंबर तक वैध है। हालांकि आगे की समस्याओं से बचने के लिए फास्टैग ले लिया था। 11 दिसंबर को वह टोल से गुजरे थे। फास्टैग जेब में रखा था, लेकिन कुछ घंटे बाद ही मोबाइल में 140 रुपये कटने का मैसेज आ गया। इस पर तकनीकी खामी समझ कर एवाइड कर दिया। वहीं 20 दिसंबर को भी यही वाकया हुआ, जिस पर टोल प्रबंधन को मामले से अवगत करा शिकायत दर्ज कराई है।
जेब में पड़ा था फास्टैग और दूसरे वाहन पर थे सवार
टोल प्रबंधन की मानें तो अब तक बिना वाहन गुजरे फास्टैग से चार्ज कटने के करीब 12-15 शिकायतें आई हैं। इसमें जानकारी के अभाव में वाहन स्वामियों के अकाउंट से चार्ज कट गया है। जब गहराई से जांच कराई गई तो सामने आया कि शिकायतकर्ता ने अपने वाहन का फास्टैग जेब में डाल रखा था और वह दूसरे वाहन से में सवार होकर टोल प्लाजा से निकाला था। फास्टैग जेब में पड़ा होने के कारण सेंसर ने उसे स्कैन कर लिया होगा और अकाउंट से चार्ज कट गया होगा।
इस तरह काम करता है फास्टैग
वाहन के विंडस्क्रीन में फास्टैग लगाया जाता है। टैग में रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन लगा होता है। टोल बूथ से गाड़ी गुजरने के दौरान वहां लगा सेंसर आपके वाहन के विंडस्क्रीन में लगे फास्टैग के संपर्क में आते ही, आपके फास्टैक अकाउंट से उस टोल प्लाजा पर लगने वाला शुल्क काट देता है। इतना ही नहीं यदि फास्टैग कूपन आपकी जेब में, किसी बाक्स में भी रखा है तो उस दौरान भी टोल बूथ पर लगा सेंसर उसको स्कैन कर रीड कर लेता है। इसके बाद आपके फास्टैग अकाउंट से रुपये कट जाते हैं।
एसएमएस की होगी सुविधा
जब भी आप फास्टैग लगे वाहन से किसी टोल प्लाजा को पार करेंगे तो फास्टैग अकाउंट से आपका शुल्क कटते ही आपके मोबाइल पर मैसेज आ जाएगा। कितनी राशि काटी गई है, आपको जानकारी मिलती रहेगी।
Source:-https://www.jagran.com/uttar-pradesh/kanpur-city-fastag-holder-done-mistake-then-toll-charge-will-cut-from-his-account-jagran-special-19870260.html